छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले के मैत्री बाग चिड़ियाघर (Maitri Bagh Zoo) में 'किशन' नाम के नौ वर्षीय नर सफेद बाघ की मौत हो गई। वह कैंसर से पीड़ित था। मैत्री बाग (Maitri Bagh) के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
कैंसर से पीड़ित था "किशन'
अधिकारियों का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के मैत्री बाग (Maitri Bagh) में नौ वर्षीय सफेद बाघ किशन (Kishan) की मौत हो गई। वह कैंसर से पीड़ित था। मैत्री बाग का रखरखाव भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा किया जाता है। यह देश की सबसे बड़ी स्टील निर्माता स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) की एक प्रमुख इकाई है।
अधिकारियों का कहना है कि बाघ को कैंसर हो गया था और उसका इलाज मैत्री बाग के पशु चिकित्सकों तथा दुर्ग जिले के अंजोरा पशु चिकित्सालय के वन्यजीव विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में चल रहा था। बाघ की मृत्यु के बाद वरिष्ठ वन अधिकारियों की मौजूदगी में उसका पोस्टमार्टम किया गया। किशन (Kishan) का जन्म वर्ष 2013 में हुआ था। उसकी मां कमला की मौत वर्ष 2016 में हो गई थी। उन्होंने बताया कि किशन की मां ने पांच सफेद बाघों को जन्म दिया था, जिसमें से तीन को गुजरात (Gujarat) के राजकोट चिड़ियाघर (Rajkot Zoo) में भेजा गया था।
रूस और भारत के मैत्री स्वरूप बना है मैत्री बाग
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का सबसे बड़ा चिड़ियाघर भिलाई में है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा रूस और भारत की दोस्ती के नाम पर इस बाग का निर्माण किया गया था। यह रूस और भारत (Russia and India) की दोस्ती का प्रतीक है। भारत देश के अंदर सफेद शेर की प्रजातियों को बढ़ाने में भिलाई के मैत्री बाग (Maitri Bagh) के शेरों का योगदान अग्रणी रहा है।