BILASPUR : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में प्रसिद्ध अपराधी ऋषभ पानिकर और और जमीन कारोबारी नरेंद्र मोटवानी ने 20 सितंबर को गांधी चौक से तोरवा निवासी पीयूष गंगवानी पिता रामचंद्र गंगवानी और उसकी माँ मां को 20 सितंबर को गांधी चौक से अगवा कर लिया गया था।
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उन्हें अपनी कार में बिठाकर अपने दफ्तर ले गए जहा पीयूष गंगवानी की पिटाई की ओर उसकी माँ हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही। दोनों आरोपी ऋषभ पानिकर और नरेंद्र मोटवानी पेंडलवार अस्पताल के समीप की जमीन को अपने नाम करवाने के लिए दबाव बना रहे थे और जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। नरेंद्र मोटवानी की गिरफ्तारी से, नेता सहित रसूखदारों का बुधवार रात से ही सिविल लाइन थाने में भीड़ लगा रहा। देर रात भीड़ देखकर TI प्रदीप आर्या ने ऋषभ पानीकर के चाचा को फटकार लगाई और भीड़ को थाने से खाली कराया।
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गुरुवार की दोपहर पुलिस के जवान अपराधी ऋषभ पानीकर के साथ नरेंद्र मोटवानी की पैदल रैली निकालने की तैयारी में थे। जिसकी खबर शहर के कांग्रेसी नेताओ को हुई जिसके बाद उन्होंने एप्रोच लगाना शुरू कर दिया। जैसे ही पुलिस नरेंद्र मोटवानी को मेडिकल जाँच कराने के लिए सिम्स लेकर गई। डॉक्टरों ने उसे मेडिकल अनफिट बता दिया और इलाज के लिए भर्ती कर लिया। इसके चलते पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी रह गई। आखिरकार, पुलिस ने आदतन बदमाश ऋषभ पानीकर का जुलूस निकालकर उसे पैदल कोर्ट तक ले गई।
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