रायपुर। भारतीय रेलवे अपने रेल नेटवर्क का विस्तार पटरियों की मजबूती के साथ कर रहा है, जिससे भविष्य में अधिक भार वहन क्षमता की तेज गति की ट्रेन दौड़ाई जा सके। विकसित भारत 2047 के संकल्प के अनुरूप रेलवे अब अपनी जरूरत में बदलाव कर रहा को शतप्रतिशत रेलपांत की आपूर्ति कर रहे भिलाई स्टील प्लांट में इस जरूरत के मुताबिक परियोजना पर काम चालू हो चुका है। जिसके अंतर्गत रेलवे को नए मानक की रेलपांत देने भिलाई स्टील प्लांट अपनी तीसरी रेल मिल लगाने जा रहा है। इस नई रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल में भविष्य में आर-350 ग्रेड की रेलपांत बनाई जाएंगी। यह पटरियां चरणबद्ध तरीके से देश के रेल नेटवर्क में अब तक बिछाई जा रही आर-260 ग्रेड की पटरियों की जगह बिछाई जाएगी।
रेल नेटवर्क में होगा बड़ा बदलाव
उल्लेखनीय है कि विकसित भारत-2047 की संकल्पना के अनुसार भारतीय रेलवे भी अपने रेल नेटवर्क में आमूल-चूल बदलाव कर रहा है। इस बदलाव में रेलवे के समक्ष एक चुनौती खाली जमीन की है। ऐसे में भारतीय रेलवे ने मौजूदा बिछाई जा चुकी पटरियों को चरणबद्ध तरीके से हटा कर उनकी जगह नए ग्रेड की पटरियां बिछाने जा रहा है।
तीसरी रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल स्थापित करने की तैयारी
सूत्रों ने बताया कि मौजूदा रेल नेटवर्क की क्षमता में बढ़ोत्तरी करने पहले से ज्यादा भार सहन करने वाली पटरियां बिछाई जाएंगी। फिलहाल भारतीय रेलवे अपने रेल नेटवर्क के लिए भिलाई में निर्मित आर-260 मानक की रेल पटरियां बना रहा है। भविष्य में भारतीय रेलवे आर- 350 मानक तक की रेल पटरियां अपनी मौजूदा नेटवर्क में ही लगाने की तैयारी में है। रेलवे की इस जरूरत को देखते हुए भिलाई स्टील प्लांट में तैयारी शुरू हो चुकी है। यहां तीसरी रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल स्थापित की जाएगी।
1960 में पूर्व पीएम नेहरू ने किया था उद्घाटन
भिलाई स्टील प्लांट में पहली रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल का उद्घाटन 27 अक्टूबर 1960 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था। इसके बाद दूसरी रेल मिल के तौर पर यूनिवर्सल रेल मिल की स्थापना महत्वाकांक्षी 70 लाख टन परियोजना में किया गया। यहां उत्पादन की शुरूआत सन 2018 से हुई है। अब भिलाई में तीसरी रेल मिल की तैयारी है जो अगले 3 साल या उससे पहले स्थापित हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक तीसरी रेल मिल चालू होने पर भी बाजार की मांग को देखते हुए पुरानी रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल चलती रहेगी।
2025 में भिलाई के लिए बड़ी सौगात
इस नई रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल में सालाना 9 लाख टन हार्डन रेल और 3 लाख टन स्ट्रक्चरल उत्पादन करने का प्रस्ताव है। फिलहाल मामला स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के निदेशक मंडल के समक्ष है। सेल बोर्ड से हरी झंडी मिलते ही यहां नई रेल मिल की स्थापना का काम शुरू हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक साल 2025 में तीसरी रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल भिलाई के लिए बड़ी सौगात होगी।