रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीजेपी पार्टी कल से वक्फ सुधार जनजागरण अभियान की शुरुआत करेगी। इसका अभियान के तहत प्रदेश में 1 से लेकर 10 मई तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने बताया, वक्फ (संशोधन) कानून और मुसलमान वक्फ (निरसन) कानून के संसद में पारित होने के बाद अब पार्टी द्वारा वक्फ सुधार जनजागरण अभियान के अंतर्गत एक मई को जहां प्रदेश स्तर की बड़ी कार्यशाला होगी, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह शामिल होंगे, वहीं बुद्धिजीवी सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे।
बिल की बताएंगे खूबियां:
भाजपा के कार्यकर्ता दो मई से घर-घर वक्फ बिल की खूबियां बताने जाएंगे। एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने ने बताया,एक मई को टाउनहाल में दोपहर 3.30 बजे होने वाले बुद्धिजीवी सम्मेलन में मुस्लिम और अन्य समुदायों के डॉक्टर, धार्मिक नेता, वकील, कलाकार, महिला कार्यकर्ता, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और शिक्षाविद के साथ मीडिया प्रमुख को आमंत्रित किया जाएगा। इस सम्मेलन में वक्फ बिल पर चर्चा होगी। केंद्रीय मंत्री वक्फ बिल के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
कांग्रेस फैला रही भ्रम:
किरण देव ने कहा कि वक्फ बोर्ड कानून को लेकर कांग्रेस द्वारा गलत जानकारी देकर भ्रम फैलाने का काम किया जा रहा है। हम समाज तक वक्फ बिल की वास्तविकता को लेकर ही जा रहे हैं। मुस्लिम समाज को इसका सबसे अधिक नुकसान हुआ है। वक्फ की संपत्ति चंद प्रभावशाली लोगों के हाथों में होने की वजह से लगातार गलत उपयोग किया गया।
होंगे कई कार्यक्रम:
उन्होंने ने बताया, प्रदेशभर में दस मई तक होने वाले कार्यक्रमों में कई राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे। अल्पसंख्यक मोर्चा एवं महिला मोर्चा के नेतृत्व में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसकी अध्यक्षता केंद्रीय नेता करेंगे। वक्फ संशोधन एक प्रगतिशील और महिला-हितैषी सुधार हैं इसके तथ्य रखे जाएंगे। अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा उलेमाओं के साथ बैठके आयोजित की जाएंगी। बैठक का उद्देश्य सरकार की धार्मिक अधिकारों के प्रति सम्मान की भावना को उजागर करना होगा, साथ ही सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख ईसाई नेता, केंद्रीय नेताओं के साथ मिलकर प्रमुख प्रदेशों में ईसाई सुद्भाव बैठक आयोजित करेंगे। जनजाति समुदाय संवाद अनुसूचित जनजाति मोर्चा के नेतृत्व में किया जाएगा। प्रमुख जनजातीय हस्तियों, सरपंचों, मुखिया, पुजारियों, शिक्षकों और निर्वाचित पेसा अधिकारियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएगी।