MLA Chintamani Malviya : मध्यप्रदेश के इंदौर जिले की आलोट सीट से भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय ने अपनी ही पार्टी से मिले कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखे पत्र में मालवीय ने सभी आरोपों को अस्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे मेरे दायित्व और कर्तव्यों का बोध है। मैंने किसी भी स्थान पर ऐसा कोई वक्तव्य या कृत्य नहीं किया है, जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को कोई आघात पहुंचा हो।
आरोपों को मैं अस्वीकार करता हूं
मालवीय ने नाेटिस मिलने के पांच दिन बाद ही जवाब दे दिया था लेकिन यह सामने अब आ सका। मालवीय ने लिखा कि नोटिस में मेरे वक्तव्यों और कृत्यों से पार्टी की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचने के लेख के समर्थन में किसी वक्तव्य या कृत्य का कोई उल्लेख नहीं है। जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को मेरे कारण आघात पहुंचा हो। जिन आरोपों को उल्लेखित ही नहीं किया गया उन्हें मैं विनम्रता पूर्वक पूर्णत: अस्वीकार करता हूं। उन्होंने यह भी लिखा कि इस स्पष्टीकरण के माध्यम से यह भी आश्वस्त करता हूं कि भविष्य में मुझे यदि मेरे वक्तव्यों एवं कृत्यों के संबंध में स्पष्टतः अवगत कराया जाता है तो मैं उसका तर्कसंगत प्रमाणों के साथ स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को तत्पर रहूंगा। नोटिस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 7 दिन में जवाब मांगा था। मालवीय को नोटिस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के नाते से भेजा गया था।
विधायक ने उठाया था यह मामला
बता दें कि उज्जैन में साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ के लिए जमीनों के अधिग्रहण के मामले पर विधायक मालवीय ने 18 मार्च को विधानसभा में मामला उठाया था। उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों की स्थायी अधिग्रहण का मुद्दा उठने के बाद इस मामले में सरकार को अपने ही विधायक के कारण बैकफुट पर आना पड़ा था। मामले की जानकारी केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची, इसके बाद प्रदेश नेतृत्व की ओर से चिंतामणि मालवीय को 23 मार्च को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। विधायक मालवीय ने 27 मार्च को ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को जवाब भेज दिया था।