MP BJP Politics : मध्यप्रदेश की झाबुआ सीट से कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया को आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। भूरिया की नियुक्ति के बाद से बीजेपी में कयासों का दौर शुरू हो गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विक्रांत की ताजपोशी के बाद बीजेपी किसी आदिवासी नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है।
दरसअल, मध्यप्रदेश बीजेपी संगठन में ब्लॉक, मंडल और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद नए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव होना है। अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर कई दावेदारों के नाम चर्चा में बने हुए है। जिनमें नरोत्तम मिश्रा, फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी, सांसद हिमाद्री सिंह, दुर्गादास उइके समेत कई नेताओं के नाम दौड़ में बताए जा रहे है।
आदिवासी नेता को मिलेगी कमान?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में कई आदिवासी नेताओं के नाम चर्चा में बने हुए है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस ने प्रदेश और देश में आदिवासी कार्ड खेलते हुए आदिवासी नेता विधायक विक्रांत भूरिया को आदिवासी कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में बीजेपी आदिवासी वर्ग को साधने के लिए प्रदेश अध्यक्ष की कमान किसी आदिवासी नेता को सौंप सकती है। प्रदेश की करीब 40 विधानसभा सीटों पर आदिवासी वर्ग निर्णायक भूमिका में रहते है।
फग्गन सिंह कुलस्ते
पूर्व केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते महाकौशल में आदिवासी वर्ग के सबसे बड़े चहरे है। कुलस्ते मोदी सरकार में केन्द्रीय मंत्री रह चुके है।
सुमेर सिंह सौलंकी
सुमेर सिंह सौलंकी राज्यसभा सासंद है। वे युवा आदिवासी चेहरे है। सौलंकी को संघ का करीबी माना जाता है।
दुर्गादास उइके
दुर्गादास उइके मोदी सरकार में आदिम जाति कल्याण केन्द्रीय मंत्री है। प्रदेश बीजेपी में आदिवासी चेहरे में सीनियर नेताओं में से एक है।
हिमाद्री सिंह
हिमाद्री सिंह शहडोल लोकसभा से सासंद है। हिमाद्री सिंह को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य का करीबी माना जाता है।