भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होने जा रहा है। जिसको लेकर प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस समिट में यूके, जर्मनी, जापान और अमेरिका सहित 61 देशों के निवेशक व बड़े औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। राजधानी में VIP मोमेंट को देखते हुए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला GIS की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे, इस दौरान मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपी में आने के लिए उद्योगपति इंटरेस्टेड है। मप्र में निवेश का अच्छा वातावरण है, पर्याप्त संभावनाएं हैं।
MP में आने के लिए उद्योगपति इंटरेस्टेड
GIS की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने आगे कहा कि मप्र के लिए सौभाग्य की बात है एमपी की मार्केटिंग देश और दुनिया में हुई। मप्र में निवेश का अच्छा वातावरण है, पर्याप्त संभावनाएं हैं। एमपी में आने के लिए उद्योगपति इंटरेस्टेड है। पीएम मोदी का समय मिलना बड़ी बात है। मध्य प्रदेश की इन्वेस्टर समिति के चर्चा देश और विदेश में होगी। GIS में सेक्टोरियल सेंशन होंगे। डिपार्टमेंटल प्रेजेंटेशन भी होंगे, जिसको लेकर कल सरकार ने कई नीतियों को स्वीकृति भी दे दी है। भोपाल देश की सबसे सुंदर राजधानी है और उसकी सुंदरता और बढ़ाई जा रही है।
समिट में एयर एम्बुलेंस भी रहेगी तैनात
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अमला भी तैयार है। 20 हजार से ज्यादा डेलिगेट्स भोपाल में आने की उम्मीद है। ऐसे में किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होती है तो उन्हें तुरंत उपचार मिल जाए। इसके लिए सभी होटल में डॉक्टर की टीम मौजूद रहेगी। मानव संग्रहालय सहित दर्शनिक स्थल पर भी डॉक्टर की टीम मौजूद रहेगी। भोपाल के सभी हॉस्पिटलों को भी आकस्मिक स्थिति में अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए है। आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 23 से 26 फरवरी के बीच पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा को स्टैंडबॉय पर रखा जाएगा।
अस्पतालों की व्यवस्था पर विशेष निगरानी
अस्पतालों की व्यवस्था पर विशेष निगरानी सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि, सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में आईसीयू कक्ष आरक्षित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, सपोर्ट स्टाफ, एम्बुलेंस, विद्युत व्यवस्था और जनरेटर आदि की कार्य शीलता की भी समीक्षा की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यक्रम स्थल पर भी चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके।