भोपाल। लोकमान्य तिलक से सीतापुर जा रही लोकमान्य तिलक-सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस का स्लीपर कोच मंगलवार को बच्चे के किलकारी से गूंज गया। डिलीवरी की सूचना लगते ही रेलवे की ओर से भोपाल में ट्रेन रोक कर स्टेशन के रेल अधिकारी व रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों की टीम को प्रसूता की मदद के लिए कहा गया। भोपाल स्टेशन पर ट्रेन को करीब 15 मिनट तक रोका और रेलवे के डॉक्टर ने अटेंड किया। प्रसूता व बच्चे को ट्रेन से उतारकर हमीदिया में भर्ती कराया गया। पमरे जोन महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में भोपाल रेल मंडल के अधिकारी व कर्मचारी यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते गाड़ी संख्या 12107 लोकमान्य तिलक सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे धनीराम और उनकी गर्भवती पत्नी पूजा देवी को संवेदनशील परिस्थिति में रेलवे की ओर से तत्काल मदद दी गई।
इटारसी रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ था दर्द
प्रसूता के पति धनीराम ने बताया कि पत्नी पूजा की डिलीवरी होनी थी। इसके चलते हम लोग कानपुर घर जा रहे थे, लेकिन इटारसी स्टेशन के आस-पास पत्नी को दर्द शुरू हो गया। जिसके बाद टीटीई स्टाफ की सूचना की। उन्होंने तत्काल ट्रेन में सफर कर रहे डॉक्टरों की जानकारी जुटाने के साथ कुछ महिलाओं सहायता के लिए बुलाया। ट्रेन के मोपाल स्टेशन के पहुंचने से पहले डिलीवरी हो गई।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर तैयार थी मेडिकल टीम
लोकमान्य तिलक-सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस स्लीपर कोच एस-छह में बर्थ नंबर 49 पर सफर कर रही पूरुता को इटारसी से भोपाल के बीच, तड़के 3:30 बजे प्रसव पीड़ा हुई। इसी दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ ने भोपाल मंडल के वाणिज्य नियंत्रण कक्ष को सूचना दी। सूचना मिलते ही उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) जावेद अंसारी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही रेलवे अस्पताल भोपाल से डॉ. आशा चमनिया के नेतृत्व में मेडिकल टीम को बुलाया गया। मोपाल स्टेशन पर मेडिकल टीम पहले से ही तैयार थी।