भोपाल। राजधानी भोपाल में बुधवार को आयकर विभाग ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा और उनके आधा दर्जन सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में आयकर विभाग के अधिकारियों ने भोपाल के विभिन्न इलाकों में एक साथ छापे मारे, जिसमें नीलबड़, रातीबड़, सूरज नगर, मेंडोरा, और कस्तूरबा नगर स्थित राजेश शर्मा के आवास पर विशेष जांच की गई।
छापेमारी में सीआरपीएफ की टीम भी शामिल थी, जो सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही थी। शर्मा त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक हैं, जो भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में खनन और निर्माण से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय है। उनके द्वारा संचालित क्रेशर और खदानों का कारोबार भी काफी बड़ा है। शर्मा की नजदीकी संबंध पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व मंत्री से भी बताई जाती है। उन्हें विभिन्न सरकारी ठेकों और अन्य लाभ प्राप्त होते रहे हैं। कंपनी को हाल ही में सीएम राइज स्कूलों के निर्माण का ठेका भी मिला था। इस ठेके में रायसेन के सीएम राइज स्कूल का निर्माण कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है।
वित्तीय लेन-देन में भारी अनियमितता
आयकर विभाग की छापेमारी का उद्देश्य शर्मा और उनके सहयोगियों के वित्तीय लेन-देन की जांच करना है, खासकर उनके खनन और कंस्ट्रक्शन कारोबार से जुड़ी आय के बारे में। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई टैक्स चोरी और अवैध संपत्ति जमा करने के आरोपों की जांच के तहत की जा रही है। आईटी की छापेमारी के दौरान अन्य ठिकाने भी शामिल इसके अलावा, आयकर विभाग की छापेमारी का दायरा कुछ और व्यापारियों तक भी फैल चुका है। जानकारी के मुताबिक, दीपक भावसार, विनोद अग्रवाल, और रूपम शिवानी के ठिकानों पर भी आयकर विभाग की टीम ने छापे मारे हैं।