भोपाल। राजधानी में चल रहीं बीसीएलएल की सिटी बसों के ड्रायवर व कंडक्टर दहशत में काम कर रहे हैं। क्योंकि एक तरफ बीसीएलएल की बसें बंद होती जा रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ इन्हें मारपीट और उनके ऊपर किए जा रहे हमलों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन बहस और विवाद किराया देने को लेकर हो रहा है। इन बसों को शुरू करने पर एक फ्लाइंग स्क्वाॅड बनाई गई था, जो कहीं भी किसी भी समय बसों के अंदर इस तरह के लोगों की जांच करती थी। बीसीएलएल कंपनी ने जब से स्क्वाॅड को बंद किया, तब से सिर्फ सीसीटीवी कैमरों के भरोसे ही अपराधियों को रोकने की कोशिश की है।
ड्रायवर व कंडक्टरों का कहना है कि कभी जेबकतरे तो कभी अवैध वसूली करने के लिए बस में असमाजिक तत्व चढ़ रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से बस में बैठी सवारियां दहशत में आ जाती हैं और कई तो बस से उतरकर चली जाती हैं।
बसो में सुरक्षा को लेकर हर बस में गार्ड तैनात नहीं किए जा सकते हैं। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। जब भी ड्रायवर या कंडक्टर के साथ मारपीट होती है, तो कैमरे के माध्यम से तुरंत कार्रवाई की जाती है।
मनोज राठौर, संचालक बीसीएलएल कंपनी
शबिस्ता बोलीं- यह शर्मनाक है
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि निगम के बस कंडक्टर व ड्रायवर के साथ यदि ऐसी घटना हो रही है तो यह शर्मनाक है। कोई भी सुरक्षित नहीं है। ऐसी घटनाएं न हों, इसलिए निगम और जिला प्रशासन एक गाइडलाइन बनाए। बसों में महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मी तैनात हों, ताकि इस तरह की घटनाएं रुक सकें।
कंडक्टर बोले....
नगर निगम की अधिकतर सिटी बसें बंद हैं। जो चल रही हैं, उनमें जेबकतरों ने दशहत फैला रखी है। इससे अपनी ड्यूटी भी नहीं कर पा रहे हैं।
महेश कुमार
बस क्रमांक 408 कंडक्टर
बसों में जेबकतरे और असमाजिक तत्वों के कारण काफी दिक्कत हो रही है। यह लोग टिकट भी नहीं लेते और माहौल खराब करते हैं।
राहुल देव,
बस क्रमांक 403 कंडक्टर
असमाजिक तत्वों के कारण बसों को कई जगह रोकना पड़ रहा है। इसको लेकर कंपनी में शिकायत भी की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रमेश राय,
बस क्रमाक 302 कंडक्टर
बसों में जेबकतरे और असमाजिक तत्वों के कारण काफी दिक्कत हो रही है। यह लोग टिकट भी नहीं लेते और माहौल खराब करते हैं।
राहुल देव,
बस क्रमांक 403 कंडक्टर
असमाजिक तत्वों के कारण बसों को कई जगह रोकना पड़ रहा है। इसको लेकर कंपनी में शिकायत भी की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रमेश राय,
बस क्रमाक 302 कंडक्टर