रफीक खान// कोंटा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जिला बल CRPF की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन अभियान चल रहे है। इस दौरान CRPF की टीम ने नवीन कैम्प रायगुडेम अंतर्गत जब्बागट्टा के जंगल से नक्सलियों द्वारा छुपाए गए 3 भरमार बन्दूक और विस्फोटक सामग्री बरामद किया है। मामला चिंतलनार थाना क्षेत्र का है।
मुठभेड़ में मार गिराए महिला समेत दो नक्सली:
वहीं 2 मार्च को सुकमा जिले के किस्टारम थाना क्षेत्र के गुण्डराजगुड़ेम के जंगल में शनिवार सुबह नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में डीआरजी के जवानों ने महिला नक्सली समेत 2 को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से शवों के अलावा हथियार व अन्य नक्सल सामग्री बरामद किया गया है। मारे गए नक्सलियों के शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। मुठभेड़ स्थल व आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा सघन सचिंग अभियान चलाया जा रहा है। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि 28 फरवरी को जिला सुकमा के किस्टाराम थाना क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुकमा डीआरजी व कोबरा बटालियन की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 1 मार्च की सुबह लगभग 9 बजे से गुण्डराजगुडेम के जंगल क्षेत्र में डीआरजी टीम एवं सशस्त्र माओवादियों के बीच रुक-रुककर कई बार कर मुठभेड़ हुई।
कई नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने की खबर :
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर खून के धब्बे एवं घसीटने के निशान से कई और माओवादियों के मारे जाने एवं घायल होने की संभावना को देखते हुए आस पास के क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। विस्तृत जानकारी सर्च अभियान पूर्ण होने पर जारी की जायेगी। एसपी ने कहा कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुड़े | अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे।
60 दिन में 67 हार्डकोर माओवादी ढेर :
आईजी ने बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुए वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरुद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत विगत 60 दिनों में बस्तर रेंज में कुल 67 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीएएफ व बस्तर फाइटर व अन्य सुरक्षाबलों के जवानों द्वारा मजबूत जबूत मनोबल व स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है।