आष्टा। सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी का शव शुक्रवार को उनके ही घर पर फांसी के फंदे पर झूलते हुए मिले हैं। 5 दिसंबर को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनके घर और दफ्तार पर छापामार कार्रवाई की थी। इसके बाद से वह परेशान थे। उनके घर से 6 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। परिजनों ने ईडी के छापे को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। शांतिनगर में निवास करने वाले कारोबारी मनोज परमार(39) और उनकी पत्नी नेहा परमार(35) के शव शुक्रवार को उनके घर पर फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिले तो घर में कोहराम मच गया।
ईडी की टीम ने 5 दिसंबर को परमार के इंदौर और सीहोर व इंदौर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे। खुदकुशी करने से पहले व्यापारी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस, संसद में नेता प्रतिपक्ष सहित 17 लोगों के नाम 6 पेज का सुसाइड नोट छोड़ है। इसमें 7 बिंदुओं में उसने पूरा घनाक्रम लिखा है, जिसकी वजह से उसे खुदकुशी करने पर मजबूर होना पड़ा। सुसाइड नोट में जांच एजेंसी के अधिकारी द्वारा दबाव बनाकर भाजपा में शामिल होने की बात लिखी गई है।