Adipurush film boycott: आदिपुरुष फ़िल्म को लेकर छत्तीसगढ़ समेत देशभर में बवाल मचा हुआ है. लेकिन यह छत्तीसगढ़ में पहली बार है जब स्पेन के विरोध में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के स्वर एक हो गए हैं सभी इसका विरोध कर रहे हैं मुख्यमंत्री बघेल ने यहां सेंसर बोर्ड पर सवाल खड़े किए हैं वही फिर मना देखने की अपील भी की है इधर भाजपा नेताओं ने भी मुख्यमंत्री से फिल्म पर छत्तीसगढ़ में प्रतिबंध लगाने की मांग की है केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने ट्वीट करके प्रतिबंध की मांग उठाई है इधर देश में चौतरफा बवाल के बाद इस फिल्म के विवादित दलों को हटाने का फैसला किया गया है.
लोग फिल्म देखने ही ना जाए : सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को यहां पर कहा सबसे अच्छा तरीका है कि लोग फिल्म को देखने ही ना जाए क्योंकि फिल्म के बारे में सब कुछ जान लेने के बाद जबरदस्ती देखने जाना सही नहीं है उन्होंने कहा पैसा आपका समय आपका आप किस में व्यतीत करना चाहते हैं इसी के साथ में क्या मंत्र कोविड-19 ट्वीट करके लिखा है मैंने आने पर उसके बारे में पढ़ा और सुना अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आखिर कैसे सेंसर बोर्ड ने इस कैसे फ्रेंड को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा हमारे भाषा राम का अपमान हम नहीं रहेंगे जमीदार लोग माफी मांगे. हमारे आराध्य देव जिनके प्रति हमारा आस्था है उनके पात्रों से ऐसा शब्द बुलवाना आपत्तिजनक है इसकी मैं निंदा करता हूं.
केंद्रीय मंत्री रेणुका ने की प्रतिबंध की मांग
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने एक ट्वीट किया है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टैग करते हुए लिखा है फिर फ़िल्म आदिपुरुष जो रामायण पर आधारित है जिसमें हमारे आराध्य श्री राम माता जानकी और वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का सीमांकन जिस तरीके से किया गया है पात्रों ने जिस प्रकार से भक्ति डायलॉग बोले हैं इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई है मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस सिम पर प्रतिबंधित लगाने जल्दी आदेश करेंगे.
साव भी बोले- लगे प्रतिबंध
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भी फ़िल्म पर प्रतिबंध के पक्ष में हैं. श्री साव ने कहा, सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म आदि पुरुष के कुछ क्लिप की जानकारी मिली है फ़िल्म में भाषा, वेशभूषा और सनातन संस्कारों से छेड़छाड़ की गई है. यह फिल्म धार्मिक भावना को आहत करती है मैं कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता हूं छत्तीसगढ़ सरकार को ऐसे फिल्म को प्रदेश में प्रतिबंध लगा देना चाहिए.