हिंदी सिनेमा में अपनी शायरी, गीतों और कहानियों से जान डाल देने वालें गुलज़ार साब (Gulzar) ने आज अपने जीवन के 87 साल पूरे कर लिए हैं। ब्रिटिश इंडिया के पंजाब के दीना में 18 अगस्त साल 1934 को पैदा हुए गुलज़ार का असली नाम संपूर्ण सिंह कालरा (Sampooran Singh Kalra) था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी गुलज़ार साहब ने अपने करियर की शुरुआत म्यूज़िक डायरेक्टर एसडी बरमन (SD Burman) के लिए साल 1963 में आयी फिल्म 'बंदिनी' (Bandini) में गानें लिखने के साथ की थी। गुलज़ार ने अपने करियर की लंबी पारी में आरडी बरमन, सलिल चौधरी, विशाल भरद्वाज और एआर रहमान जैसे कई म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम किया। उन्हें साल 2004 में पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। गुलज़ार साहब की प्रोफेशनल लाइफ के बारें में तो सभी जानते है। तो आज उनके जन्मदिन पर हम उनकी लव स्टोरी के बारें में बताएंगे....
कहा जाता है कि बॉलीवुड की वेटेरन एक्ट्रेस राखी (Rakhee) जिस समय अपने करियर के चरम पर थी उसी समय उनकी मुलाकातें गुलज़ार साब के साथ थोड़ी ज्यादा होनें लगी। गुलज़ार साहब को राखी की मल्टीटैलेंटेड पर्सनैलिटी काफी पसंद आती थी। इसके चलते दोनों में प्रेम हुआ जिसके बाद साल 1973 में गुलज़ार ने राखी से शादी कर ली। शादी के एक साल के अंदर ही दोनों की बेटी मेघना गुलज़ार (Meghna Gulzar) के पैदा होने की खबर भी इंडस्ट्री में छा गयी। अभी शादी को हुए कुछ समय ही बीता था कि एक दिन खबर आयी की गुलज़ार और राखी ने एक- दूसरे से अलग होनें का फैसला ले लिया है। लोगों में इस बात की जिज्ञासा होने लगी कि गुलजार और राखी की शादीशुदा जिंदगी काफी अच्छी चल रही थी तो फिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों ने अलग होनें का फैसला ले लिया।