बिहार शरीफ के कागजी मोहल्ला में बिहार पुलिस की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। जिसके तहत पुलिस ने कागजी मोहल्ला में संचालित हो रहे देह व्यापार धंधे का पर्दाफाश किया है। जानकारी के अनुसार इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने इस सेक्स रैकेट के कारोबार में लिप्त चार महिलाओं को भी मुक्त करवाया है। पुलिस ने देह व्यापार धंधा संचालक एवं मकान मालिक उमेश कुमार को मौके पर ही धर दबोचा है। इस जगह से पुलिस ने कई आपत्तिजनक चीजें जब्त की हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी की अगुवाई में पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर बिहार शरीफ के कागजी मोहल्ला में यह छापेमारी की काईवाई की गई है। पुलिस ने घटनास्थल पर मिली आपत्तिजनक चीजों को जब्त कर लिया है। कागजी मोहल्ला स्थित एक मकान के दूसरे तल पर सेक्स रैकेट का धंधा संचालित किया जा रहा था। मकान मालिक उमेश कुमार ही इस धंधे का संचालक बताया जा रहा है। उमेश कुमार स्वयं को मेडिकल रिप्रजेंटेटिव एवं मेडिकल सप्लायर बताता है। यहां से अलग-अलग जगहों की रहने वाली 4 महिलाओं को मुक्त कराया गया है। पुलिस इन महिलाओं से भी मामले के संबंध में पूछताछ कर रही है। मकान के जिस दूसरे तल्ले पर यह देह व्यापार धंधा चल रहा था। उस तल्ले को सील कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि आरोपी उमेश कुमार ने आस पास रहने वाले लोगों पर अपनी धौंस कायम करने के लिए अपने घर के बाहर डॉ. उमेश के नाम की प्लेट चस्पा कर रखी थी। पुलिस की ओर से मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट के तहत इस दो मंजिला घर को सील करने की कार्यवाही की गई है। पुलिस जानकारी के अनुसार आरोपी उमेश कुमार कई साल बिहार शरीफ के कागजी मोहल्ला में देह व्यापार का धंधा संचालित कर रहा था। उमेश कुमार के घर से पुलिस को सेक्स वर्धक दवाइयां, ग्राहकों के फोन नंबर की लिस्ट समेत कई अन्य आपत्तिजनक सामान मिले हैं।
जानकारी यह भी है कि पुलिस टीम को ग्राहकों की लिस्ट में से कई सफेदपोशों के नंबर भी हासिल हुए हैं। सेक्स रैकेट संचालक के मकान में पांच दरवाजे हैं। जैसे ही वहीं मौजूद कई लोगों को वहां पुलिस आने की भनक लगी तो वे इन्हीं दरवाजों का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए।